क्रिकेट के दीवानों के लिए विराट कोहली सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक जज़्बा हैं। उनके खेल का जुनून, आक्रामकता, और निरंतरता ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया का चमकता सितारा बना दिया है। लेकिन जब बात इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की होती है, तो Virat Kohli IPL journey एक ऐसे चैप्टर की तरह है, जिसे हर क्रिकेट प्रेमी बार-बार पढ़ना चाहता है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे विराट कोहली की IPL यात्रा के हर उतार-चढ़ाव, उनकी रिकॉर्ड्स, कप्तानी, और वो पल जो इस यात्रा को खास बनाते हैं।
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IPL में विराट कोहली की शुरुआत

विराट कोहली ने 2008 में भारत की U-19 टीम को वर्ल्ड कप जिताने के बाद तुरंत IPL में एंट्री की। उसी साल हुए पहले IPL सीज़न में Royal Challengers Bangalore (RCB) ने उन्हें 20 लाख रुपये में साइन किया। उस समय कोहली एक युवा खिलाड़ी थे, लेकिन उनमें जो आग थी, वह जल्द ही सबको नज़र आने लगी।
शुरुआत के साल (2008-2010): सीखने और खुद को साबित करने का वक्त
शुरुआती IPL सीज़न में विराट कोहली का प्रदर्शन औसत रहा। 2008 से 2010 के बीच उन्होंने टीम के लिए ज़रूरी योगदान दिया लेकिन बड़े स्कोर कम ही देखने को मिले। हालांकि RCB को उनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा था और यही भरोसा आगे चलकर विराट को RCB की कप्तानी तक ले गया।
- 2008 में रन: 165 रन (13 मैच)
- 2009 में रन: 246 रन (16 मैच)
- 2010 में रन: 307 रन (16 मैच)
कप्तानी का जिम्मा और विराट का परिपक्व होना (2011-2015)

2011 में RCB ने विराट कोहली को अपना स्थायी कप्तान बना दिया। कप्तानी मिलने के बाद विराट के प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार आया। उन्होंने न सिर्फ खुद रन बनाए, बल्कि टीम को भी कई बार जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
2013 में उन्होंने 634 रन बनाए और Orange Cap पाने के बहुत करीब थे। उनके बल्ले से निरंतर रन निकल रहे थे और वह IPL के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनते जा रहे थे।
2016: जब विराट कोहली ने IPL को हिला दिया
Virat Kohli IPL journey का सबसे चमकीला साल 2016 रहा। इस साल उन्होंने वो कारनामा कर दिखाया जो आज भी एक रिकॉर्ड बना हुआ है।
- 2016 में रन: 973 रन (16 मैच)
- Strike Rate: 152.03
- Centuries: 4 (सिर्फ एक सीज़न में)
2016 में कोहली ने न सिर्फ रिकॉर्ड रन बनाए, बल्कि टीम को फाइनल तक पहुंचाया। हालांकि RCB फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद से हार गई, लेकिन कोहली का प्रदर्शन इतिहास में दर्ज हो गया।
2017-2021: संघर्ष, उम्मीदें और आलोचनाएं

2017 के बाद RCB का प्रदर्शन लगातार गिरता गया। कप्तान कोहली पर दबाव बढ़ता गया। हालांकि विराट का व्यक्तिगत प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन टीम ट्रॉफी से दूर ही रही।
2018 में विराट ने 530 रन बनाए, लेकिन टीम प्लेऑफ तक नहीं पहुंच सकी। आलोचकों ने उनकी कप्तानी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। 2021 में विराट ने घोषणा की कि वह RCB की कप्तानी छोड़ रहे हैं। यह एक बड़ा फैसला था, क्योंकि वह IPL में सबसे लंबे समय तक कप्तानी करने वाले खिलाड़ी बन चुके थे — बिना एक भी ट्रॉफी के।
उम्मीदें और हकीकत के बीच का अंतर सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, जीवन में भी हमें बहुत कुछ सिखाता है।
जैसे विराट कोहली ने वर्षों तक मेहनत की और अंत में सफलता पाई, वैसे ही हमारे जीवन में भी धैर्य और कर्म का महत्व है। इस गहरे विषय को और अच्छे से समझने के लिए पढ़ें हमारा ब्लॉग:
उम्मीदें और हकीकत: भगवद गीता से सीखें जीवन का असली अर्थ
2022 के बाद: एक नई शुरुआत
कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली ने खुद पर फोकस करना शुरू किया। 2022 में उनका फॉर्म थोड़ा डाउन था, लेकिन 2023 में वह फिर से फॉर्म में लौटे। 2023 में उन्होंने दो शतक लगाए और 639 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट भी बेहतर हुआ।
2024 में भी विराट का बल्ला खूब चला और उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि अनुभव और मेहनत कभी पुरानी नहीं होती।
Virat Kohli IPL Journey: आंकड़ों में
वर्ष | मैच | रन | औसत | स्ट्राइक रेट | शतक | अर्धशतक |
---|---|---|---|---|---|---|
2008 | 13 | 165 | 15.00 | 105.09 | 0 | 0 |
2016 | 16 | 973 | 81.08 | 152.03 | 4 | 7 |
2023 | 14 | 639 | 53.25 | 139.82 | 2 | 6 |
कुल | 252+ | 8000+ | ~37+ | ~130+ | 8 | 50+ |
(आंकड़े 2025 तक के IPL सीज़न तक के हैं)
विराट कोहली और RCB का रिश्ता
विराट कोहली IPL के इतिहास में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो शुरू से अब तक एक ही फ्रेंचाइज़ी से जुड़े रहे हैं – Royal Challengers Bangalore। यह रिश्ता सिर्फ क्रिकेट का नहीं बल्कि भावना का है। फैंस विराट को RCB की जान मानते हैं।
2025 में विराट कोहली का प्रदर्शन: अनुभव और क्लास का मेल
IPL 2025 विराट कोहली के लिए एक और यादगार सीज़न साबित हुआ। जहां उम्र बढ़ने के साथ कई खिलाड़ी धीमे हो जाते हैं, वहीं विराट ने एक बार फिर दिखा दिया कि “फॉर्म टेंपरेरी होता है, क्लास परमानेंट!”
संघर्ष और सकारात्मकता ही विराट कोहली की असली ताकत रही है।
लगातार असफलताओं के बावजूद उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी और हर बार एक नई ऊर्जा से वापसी की। जीवन में ऐसे संघर्षों को कैसे सकारात्मकता में बदलें, यह जानने के लिए पढ़ें हमारा प्रेरणादायक ब्लॉग:
संघर्ष और सकारात्मकता: भगवद गीता का रिश्ता
2025 सीज़न के मुख्य आंकड़े:
- मैच खेले: 14
- कुल रन: 711 रन
- औसत: 54.69
- स्ट्राइक रेट: 142.38
- शतक: 1
- अर्धशतक: 5
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 117* रन (नाबाद)
- फेयर प्ले और फिटनेस: कोई इंजरी नहीं, लगातार सभी मैच खेले
विराट की सबसे शानदार पारी:
2025 में कोहली की सबसे यादगार पारी रही 117 रन की नाबाद पारी* मुंबई इंडियंस के खिलाफ। इस मैच में उन्होंने 62 गेंदों में 8 चौके और 6 छक्कों की मदद से शतक जड़ा और टीम को एकतरफा जीत दिलाई।
क्यों खास रहा 2025 का सीज़न?
- विराट ने इस सीज़न में Powerplay से लेकर Death overs तक हर स्थिति में रन बनाए।
- उन्होंने तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स दोनों के खिलाफ बैकफुट और फ्रंटफुट शॉट्स का बेहतरीन बैलेंस दिखाया।
- जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा ज़रूरत थी, वह एंकर और फिनिशर दोनों की भूमिका में दिखे।
विराट का बयान (Match के बाद):
“लोग कहते हैं उम्र के साथ खेल धीमा हो जाता है, लेकिन मेरे लिए यह सिर्फ एक नंबर है। जब तक देश और RCB के लिए खेल रहा हूँ, 100% दूंगा।”
2025 में विराट के नाम ये खास उपलब्धियां जुड़ी:
- IPL इतिहास में 9000 रन तक पहुँचने वाले पहले बल्लेबाज बने।
- IPL में सबसे ज्यादा 50+ स्कोर (60+) का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
- Fitness और discipline को लेकर फिर से युवाओं के लिए रोल मॉडल साबित हुए।
Virat Kohli IPL Journey से क्या सीख मिलती है?
- स्थिरता (Consistency) – विराट कोहली ने दिखाया कि निरंतर मेहनत से सफलता पाई जा सकती है।
- वफ़ादारी (Loyalty) – एक ही फ्रेंचाइज़ी के लिए खेलना उनके समर्पण को दर्शाता है।
- नेतृत्व (Leadership) – बिना ट्रॉफी के भी उनकी कप्तानी प्रेरणा देती है।
- वापसी की ताकत (Comeback) – खराब फॉर्म के बाद फिर से टॉप पर आना आसान नहीं, लेकिन विराट ने कर दिखाया।
निष्कर्ष: Virat Kohli IPL Journey एक लेजेंड की कहानी
Virat Kohli IPL journey केवल रन, रिकॉर्ड और शतकों की कहानी नहीं है। यह संघर्ष, समर्पण, निरंतरता और भावनाओं की कहानी है। वह खिलाड़ी जिसने IPL को न केवल देखा, बल्कि जिया।
अब पूरी हुई “Virat Kohli IPL Journey” की कहानी
इस ऐतिहासिक जीत ने कोहली की IPL यात्रा को पूर्ण बना दिया। अब यह केवल रन और रिकॉर्ड्स की कहानी नहीं रही — अब यह धैर्य, जुनून, और अंततः जीत की कहानी बन चुकी है।
17 साल का इंतज़ार और फिर छलक पड़े विराट के आंसू
मैच खत्म होते ही विराट कोहली घुटनों पर बैठ गए, आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे। पूरी टीम उनके पास दौड़ी, लेकिन विराट उस पल में पूरी तरह खो गए थे। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, यह 17 साल के समर्पण, त्याग, और दिल टूटने के बाद मिली मुक्ति थी।
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